A Dinner With Sachin
नींद कब आई पता नहीं, मैं सचिन
के ख्यालो में खोया
ख्वाबो ही ख्वाबो में, हुई सचिन
से मुलाकात
देखा मैंने, I was taking,
dinner उसके साथ
बङे मजे से खा रहे थे, दोनो चाट-पकौङा
तभी suddenly आ गिरा, प्लेट पे एक मकौङा
गुस्से में आकर सचिन ने, प्लेट
को जोर से फैंका
प्लेट जा गिरी एक बच्चे
पे, जो था गॉगुली का बेटा
गॉगुली ने सचिन से बोला, सभंल कर
प्लेट फैंका करो
सर फट गया हैं मेरे बेटे
का, at
least Dr. का bill भरो
एक छोटे से मकौङे
ने, इस dinner का the end कर दिया
खङा होकर चुपचाप
मैं,
towards my house, चल दिया
आखें खुली और ध्यान
में आया,
अरे यह तो सपना था
ना कोई इसमें पराया
था, और ना ही कोई अपना था |
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